Thursday, December 23, 2010

भाजपा द्वारा अनुसूचित जाति समाज हित में किये गए प्रमुख कार्य

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अन्त्योदय व् डा.भीमराव अम्बेडकर जी के शिक्षित बनो के मूल मन्त्र को भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में आत्मसात किया गया वहीँ कांग्रेस का अनुसूचित जाति वर्ग के प्रति उपेक्षापूर्ण व्यवाहर,  डा. अम्बेडकर जी की राष्ट्रीय सोच एवं अन्य पार्टियों द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग पर किये गए कुठाराघात का विश्लेषण !   


भाजपा द्वारा अनुसूचित जाति समाज हित में किये गए प्रमुख कार्य :
  • तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री सुन्दरलाल पटवा जी एवं श्री शिवराज सिंह चौहान जी के विशेष प्रयास द्वारा डा.अम्बेडकर की जन्मभूमि (महू , मध्य प्रदेश) को सेना से लेकर कर भव्य स्मारक बनाया ! इस कार्य को पूर्ण करने में तत्कालीन राज्यमंत्री श्री थावरचंद गहलोत जी की विशेष भूमिका रही ! पिछले दिनों सेना नें आस पास निर्माण करना शुरू किया तब मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान नें कहा की सेना को पूरे मध्य प्रदेश में जहाँ कहीं भी जमीन चाहिए वहां जमीन दे दी जाएगी मगर बाबा साहब की जन्म स्थली के आस पास की जमीन पर कोई निर्माण नहीं होने दिया जायेगा , इस सन्दर्भ में भाजपा के सांसदों का प्रतिनिधि मंडल रक्षा मंत्री एवं प्रधान मंत्री से भी मिला !
  • डा.अम्बेडकर के दिल्ली स्थित आवास 26 अलीपुर रोड को उद्योगपति जिंदल से खरीद कर लोकार्पित कर राष्ट्रीय स्मारक एवं संग्रहालय घोषित किया ! 
  • बाबा साहब  डा.अम्बेडकर की दीक्षा भूमि ( नागपुर ) तथा चैत्य भूमि ( मुंबई ) पर भव्य स्मारक का निर्माण महाराष्ट्र  की तत्कालीन शिवसेना एवं भाजपा गठबंधन सरकार के मंत्री श्री नितिन गडकरी जी के विशेष प्रयास से किया ! 
  • वर्ष 1989 में भाजपा नें विशेष प्रयास कर संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में डा.अम्बेडकर का चित्र लगवाया और डा.अम्बेडकर को भारत रत्न  की उपाधि से सम्मानित करवाया ! 
  • राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया एवं अलग-अलग मंत्रालय बनवाए ! 
  • अनुसूचित जाति एवं जनजाति के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के रोकथाम और उनके मुकदमों के ट्रायल के लिए विभिन्न राज्यों में 137 विशेष अदालतों एवं विशेष प्रकोष्ठों का गठन किया !
  • आरक्षित रिक्तियों को 50 प्रतिशत सीलिंग की मर्यादा से मुक्त करवाया !
  • अनुसूचित जाति के अभ्यार्थियों को क्वालीफाईंग अंकों में छूट देने और पदोन्नति के समय पर उन्हें छूट प्रदत स्तर पर  नियुक्ति करने का कानून बनाया गया !
  • 2001 की जनगणना के आधार पर राज्य विधानसभाओं व् लोकसभा में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए आरक्षित सीटों की पुनर्स्थापना का क़ानून बनाया !
  • अनुसूचित जाति एवं जनजाति अभ्यार्थियों को पदोन्नति में आरक्षण का प्रावधान किया !
  • महू (मध्य प्रदेश) और मदनगीर (दिल्ली) का नाम "अम्बेडकर नगर", दिल्ली के स्टेडियम का नाम "अम्बेडकर स्टेडियम" , जहांगीर पूरी (दिल्ली) का नाम "संत शिरोमणि रविदास नगर" रख महा पुरुषों के प्रति सम्मान भाव प्रदर्शित किया !
  • वर्ष 2010 के बिहार विधान सभा चुनाव में भाजपा 17 आरक्षित सीटों में से 16 सीटों पर विजयी रही !
  • वर्ष 2010 गुजरात निकाय चुनाव में 675 आरक्षित सीटों में से 570 पर विजय  हासिल की, इसके अतिरिक्त 30 सामान्य सीटों पर अनुसूचित जाति के सदस्य खड़े कर सभी सीटें जीत कर इतिहास बनाया !
  • वर्ष 1991-92 में श्री राजनाथ सिंह जी  के शिक्षामंत्रित्व काल में उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति के शिक्षकों का बेकलाग जो पूर्ववर्ती गैरभाजपा सरकारों द्वारा वर्षों से लंबित पड़ा था को शत-प्रतिशत पूर्ण किया गया ! 
  • उत्तर प्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन भाजपा शासन के दौरान किया गया ! 

कांग्रेस द्वारा अनुसूचित जाति समाज एवं डा. अम्बेडकर के विरोध में किये गए कार्य :
  • वर्ष 1952 के लोकसभा चुनाव  में कांग्रेस द्वारा श्री नारायण काजोलकर को काग्रेस प्रत्याशी के रूप में डा.अम्बेडकर के मुकाबले खड़ा कर दिया और डा.अम्बेडकर चुनाव हार गए !
  • वर्ष 1953 में भंडारा (महाराष्ट्र) में लोकसभा उपचुनाव में भी डा.अम्बेडकर के सामने श्री वानखेड़े को कांग्रेस प्रत्याशी बना कर खड़ा कर दिया परिणाम स्वरुप डा.अम्बेडकर पुनः चुनाव हार गए !
  • पंडित जवाहर लाल नेहरु नें कहा, "यदि भारत में धर्म अथवा जाति के आधार पर आरक्षण की बात मानी गयी तो हम बुद्धिमान और योग्य व्यक्तियों से हाथ धो बैठेंगे तथा दूसरे एवं तीसरे दर्जे के व्यक्ति बन कर रह जायेंगे " 27 जून 1961 को सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर "अपनी परंपरागत लीक से हट कर चलने " और "आरक्षण की पुरानी आदतों से बाहर आने" की जरूरत पर बल दिया, उन्होनें कहा कि "मैं उस हर बात का सख्त विरोधी हूँ जो अकुशलता तथा दूसरे दर्जे कि मानसिकता पनपाती है जिस क्षण भी हम दूसरे दर्जे कि मानसिकता को हवा देंगे हम उसी क्षण से कहीं के नहीं रहेंगे !" नेहरु जी के इस कथन से अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज जो पूर्ववत आरक्षण ले रहा है के बारे में कांग्रेस कि मानसिकता झलकती है !
  • कांग्रेस नें धार्मिक तथा भाषाई अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित शैक्षिक एवं व्यवसायिक संस्थाओं (देश में लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा) में प्रवेश हेतु अनुसूचित जाति वर्ग को आरक्षण न देने कि अनुमति दे दी!
  • प्राइवेट क्षेत्र में आरक्षण लंबित है !
  • "आरक्षण विधेयक"  कानून बनाये जाने हेतु राज्यसभा में रखने के पश्चात लोकसभा में रखे जाने के लिए लंबित पड़ा है !
  • आज़ादी के बाद देश का कोई भी प्रधानमंत्री रहा हो सब की एक ही नीति रही कि देश के आर्थिक विकास के संसाधनों पर पहला अधिकार केवल अनुसूचित वर्ग का है लेकिन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह नें उपरोक्त सर्वमान्य नीति को बदल कर घोषणा कर दी कि देश के आर्थिक संसाधनों पर अनुसूचित वर्ग का नहीं बल्कि मुसलमानों का हक़ है !
  • वर्ष 2005 से केन्द्रीय योजना आयोग नें अनुसूचित जाति वर्ग को दी जाने वाली विशेष घटक योजना (special component plan) समाप्त कर दी !
  • अनुसूचित जाति को मिलने वाले आरक्षण को धर्मान्तरित ईसाई एवं मुसलमानों को भी देने का कुषड्यंत्र कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है !
  • भारत में हिन्दू ,मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध आदि रहते हैं, सिख (1984) और मुस्लिम को कांग्रेस शासन में विश्व में आतंकवादी के रूप में देखा जा रहा है  और अब भगवा आतंक घोषित कर हिन्दू, बौद्ध, आर्यसमाज आदि भी आतंकवादी घोषित करने का प्रयास कांग्रेस कर रही है, लगता है जो होगा ईसाई वही इस देश में रह पायेगा !    
  • कांग्रेस के शासन में 45 % लोग गरीबी की रेखा से नीचे हैं जिसमें 51 % लोगों को बीपीएल कार्ड नहीं मिले ! सरकारी गोदामों में हजारो टन गेहूं सड़ रहा है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद गरीबों में वह अनाज नहीं बांटा गया ! मंहगाई के कारण लोग आत्महत्या करने को मजबूर हैं ! लोग 12 रूपये से 16 रूपये में जीवनयापन करने को मजबूर है    
  • कांग्रेस सरकार द्वारा दिल्ली में अनुसूचित जाति वर्ग के विकास पर खर्च होने वाला 667  करोड़ रुपया कॉमनवेल्थ गेम के नाम पर खर्च कर दिए गए !
 घोटालों की कांग्रेस:
  • सन 1947 में जब देश के सैनिक पूरी तत्परता से पाकिस्तानी हमले का जवाब दे रहे थे,तब जवाहर लाल नेहरू ने कृष्ण मेनन को तत्काल लंदन से जीपें खरीदने के आदेश दिए थे। युद्ध खत्म हो गया, पकिस्तान एक-तिहाई से ज्यादा कश्मीर पर कब्जा कर बैठ गया, पर जीपें नहीं आईं। आजाद भारत का यह पहला बड़ा घोटाला था।
  • जीवन बीमा घोटाला,
  • मूंधरा कांड (1957)
  • नागरवाला घोटाला
  • बोफोर्स और पनडुब्बी कांड,1990 (राजीव गांधी )
  • पशु पालन घोटाला 1990 
  • हवाला घोटाला 1993 
  • हर्षद मेहता काण्ड 1992  (शेयर घोटाला )
  • दूर संचार घोटाला 1996  (श्री सुख राम द्वारा) 
  • चारा घोटाला 1996 (श्री लालू प्रसाद यादव द्वारा)
  • ताज कोरिडोर केस 2002 (उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री सुश्री मायावती द्वारा)
  • तेलगी घोटाला 2003 ( जाली स्टाम्प )
  • तेल के बदले अनाज घोटाला 2005 (श्री नटवर सिंह )
  • केश फॉर वोट स्कैंडल 
  • सत्यम घोटाला
  • काले धन को साफ़ करना (श्री मधु कोड़ा द्वारा)
  • आई पी एल घोटाला ( श्री थरूर )
  • राष्ट्रमंडल खेल घोटाला ( श्री सुरेश कलमाड़ी कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव )
  • आदर्श सोसाइटी घोटाला ( श्री अशोक चव्हान कांग्रेस मुख्यमंत्री महाराष्ट्र )
  • 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला  ( श्री ऐ राजा केन्द्रीय मंत्री सप्रंग )
  • सडा गला खाद्यान 
  • खाद्यान की बढ़ती की कीमतें - महंगाई का महाघोटाला 
  • चावल निर्यात घोटाला 
  • भारत का सार्वजनिक वितरण प्रणाली का महाघोटाला 
  • सीवीसी की नियुक्ति - कोच्चि फ्रेंचाईजी घोटाला 
  • एल आई सी घोटाला 
  • स्विस घोटाला 
अनुसूचित जाति वर्ग के नेताओं द्वारा किये गए कार्य :
  • श्री राम विलास पासवान जो राजनीति तो करतें हैं अनुसूचित जाति वर्ग के नाम पर और जब बिहार में मौका मिला तब मुस्लिम मुख्यमंत्री बनानें की मांग रख अनुसूचित जाति वर्ग पर कुठाराघात कर अपनी कथनी और करनी में फर्क दिखा दिया !
  • बहन मायावती दलित की बेटी के नाम पर राजनीति कर रही हैं तीन बार भाजपा के रहम पर मुख्यमंत्री बनीं हर बार धोका, दिया वही हाल अनुसूचित जाति समाज से भी किया ! नेशनल क्राइम रिकोर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक दलित उत्पीडन की देश में औसतन 30 हज़ार घटनाएँ हर साल होती हैं  जिसमें उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है ! उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अनुसार वर्ष 2007 में 6768 ,2008 में 8074 ,2009 में 7541 और 2010 में 7062  मामले दलित उत्पीडन के और 2007 में 319 ,2008 में 255 ,2009 में 265 और 2010 में 235 हत्या के मामले दर्ज हुए !   
भारतरत्न परमपूज्य बाबासाहब डा.अम्बेडकर का राष्ट्रीय समर्पण :
  • ऐतिहासिक तथा वैश्विक कारणों से मुस्लमान या ईसाई बनने वाले भारतीय के मन मस्तिष्क की दिशा बदल सकती है ! वे भारत, भारतीयता, यहाँ के इतिहास, यहाँ की परंपरा आदि से विमुख हो जाते हैं ! यहाँ तक कि वे अपने भारतीय होने के बारे में कठिनाई से ही अनुभव कर पाते हैं ! बौद्ध बननें से केवल उपासना की प्रक्रिया ही बदलती है, परन्तु राष्ट्रीयता, राष्ट्राभिमान आदि में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता ! (सन्दर्भ- प्रखर राष्ट्र-भक्त डा.भीमराव अम्बेडकर प्रष्ठ-11)   
  • 11 सितम्बर 1949 , संस्कृत भारत की राजभाषा भाषा हो
  • बाबा साहब संविधान-सभा की ध्वज-समिति के सदस्य थे, भारत के ध्वज का रंग भगवा हो इसलिए उन्होनें हिन्दू सभा के सदस्यों को बुलाकर इसकी मांग के लिए एकजुट हो प्रदर्शन करने के लिए कहा ताकि समिति में इस आधार पर दबाव बन सके !(सन्दर्भ- प्रखर राष्ट्र-भक्त डा.भीमराव अम्बेडकर प्रष्ठ-11)
  • 11 अक्तूबर 1951 मंत्री पद से त्याग पत्र के कुछ दिन बाद प्रेस वार्ता में विदेश नीति, हिन्दू कोड बिल तथा कश्मीर समस्या पर नेहरु सरकार की दुर्बल नीतियों की आलोचना की !(सन्दर्भ-प्रखर राष्ट्र-भक्त डा.भीमराव अम्बेडकर प्रष्ठ-69) 
  • "We are Indians, firstly and lastly, given the time and circumstances, nothing under the sun shell stop this country from becoming a super power" (सन्दर्भ-डा.अम्बेडकर ओर सामाजिक क्रान्ति की यात्रा, मुख्य प्रष्ठ )
  • केंद्र सरकार नें जब भाषा आयोग की नियुक्ति की, तो 1948 अक्टूबर में डा.अम्बेडकर नें उसके सामनें एक ज्ञापन -पत्र प्रस्तुत किया ओर कहा " भाषावार प्रान्तों की रचना अपेक्षणीये है, किन्तु किसी भी भाषा को उस प्रांत की अधिकृत भाषा निर्देशित करना हानिकारक हो सकता है ! (सन्दर्भ- प्रखर राष्ट्र-भक्त डा.भीमराव अम्बेडकर प्रष्ठ-66) 
  • पंडित नेहरु की विदेश नीति की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा "एक ओर मुस्लिम देश आसानी से पाकिस्तान के साथ मिलकर गुट बना सकते हैं और इस ओर चीन को ल्हासा पर कब्ज़ा कर लेने देने से हमारे प्रधानमंत्री नें चीन को हमारी सीमा के पास तक आ भिड़ने में मदद की है !(सन्दर्भ- प्रखर राष्ट्र-भक्त डा.भीमराव अम्बेडकर प्रष्ठ-71)

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