Tuesday, January 06, 2015

इस प्रकार तो हज़ारों वर्ष तक जाति नहीं जाती

न मैंने न मेरे पिता नें न उनके पिता नें
कभी जूते बनाये न ही कभी चमड़े का काम किया
यहाँ तक की मेरे बच्चे जिनकी माँ वैश्य समाज से है
नें जूते पॉलिश तक किये फिर भी
भारत के संविधान के अनुसार
हमें अछूत होने का सरकारी प्रमाण पत्र दिया जाता है।

इस प्रकार तो हज़ारों वर्ष तक जाति नहीं जाती

शान्त प्रकाश जाटव
Movement Against Reservation-MAR
#mar

No comments:

Post a Comment