कुतुब मीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक मोहम्मद गौरी के गुलाम ने अपने शासनकाल 1193 से 1206 कुल 13 वर्ष में कराया ऐसा कहा जाता है परंतु सच्चाई जो झुठलाई नहीं जा सकती कुतुब मीनार परिसर में जो मूर्तियां और लोह स्तंभ अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर इस स्मारक का इतिहास बयां कर रहे हैं, जाहिर सी बात है यह उन इतिहासकारों को झुठला रहे हैं।
क्या कोई मुस्लिम शासक अपने आराध्य स्थल पर किसी अन्य धर्म की मूर्तियां या प्रतीक चिन्हों को स्थान देगा ?
मगर स्मारक जिन पर किसी का भी नाम लिख दिया जाए वह अपना इतिहास बताते हैं यही सच्चाई है कुतुब मीनार की "समय-समय पर लोग आते रहे अपना नाम लिखवाते रहे दुनिया है यूं ही चलेगी"
शांत प्रकाश जाटव
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