जो कौम खुद को नीच दलित शोषित पीड़ित वंचित कहे उसका भला ईश्वर भी नहीं कर सकता।
सन 1984 में दंगाइयों ने हजारों सिखों को जला दिया उनके घर फैक्ट्री करोड़ों रुपए की संपत्ति जला दी फिर भी उन्होंने खुद को नीच शोषित पीड़ित वंचित नहीं कहा।
1947 भारत के विभाजन में लाखों लोग बेघर हुए आज हिंदुस्तान का प्रमुख कारोबार वही लोग चला रहे हैं मगर उन्होंने भी कभी खुद को नीच दलित शोषित पीड़ित वंचित नहीं कहा।
मगर आज देश के तमाम आईएएस पीसीएस डॉक्टर इंजीनियर सांसद विधायक संभ्रांत सभी सुख-सुविधाओं से युक्त जमात खुद को नीच शोषित पीड़ित वंचित कहने में संकोच नहीं करती।
सामान्य वर्ग के किसी व्यक्ति को यदि कोई नीच कह दे तो वह मुँह नोचने को तैयार हो जाता है।
मगर यह विशेष जमात झूठ बोलने में माहिर खुद को नीच नीच कहकर सबका ध्यान अपनी और खींच लेते हैं।
जो खुद को नीच शोषित पीड़ित वंचित कहता है उसको समाज में भी इज्जत नहीं मिलती - शांत प्रकाश जाटव
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