संघ से संघी के सवाल, BJP में जाति विंग क्यों?
नवभारतटाइम्स.कॉम| Jan 3, 2015, 07.40PM IST
गाजियाबाद
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सीनियर कार्यकर्ता शांत प्रकाश जाटव ने सर संघचालक मोहन भागवत से बीजेपी के अनुसूचित जाति विंग को खत्म करने की अपील की है। इन्होंने भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं क्योंकि संघ जाति की लाइन पर संगठन को खड़ा नहीं करता। जाटव ने भागवत को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में इन्होंने मोहन भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग को खत्म कर कोई दूसरी बॉडी बनाई जाए जिसमें सभी जाति के लोगों की भागीदारी हो। शांत प्रकाश जाटव बीजेपी के एससी विंग में नैशनल ट्रेनिंग इनचार्ज रह चुके हैं।
बीजेपी में राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर एससी विंग है। इस विंग को बीजेपी के लोग चलाते हैं। विंग का काम इस वर्ग के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने का होता है।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के रहने वाले जाटव ने कहा कि संघ में जाति के नाम पर न तो कोई विंग है और न ही भेदभाव। उन्होंने कहा कि उनके बाबा से लेकर पिता तक संघ से जुड़े रहे लेकिन किसी के साथ जाति के नाम पर भेदभाव नहीं हुआ। जाटव ने कहा, 'बीजेपी संघ का पॉलिटिकल विंग है और इसमें एससी मोर्चा है। इससे यही साबित होता है कि बीजेपी संघ के नियमों को नहीं मान रही है। देश में जाति के नाम पर राजनीति कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की है न कि बीजेपी की।'
जाटव ने कहा कि 1972 में भारतीय जनसंघ ने अनुसूचित जातियों को आगे बढ़ाने के लिए हरिजन मोर्चा का गठन किया था। बाद में 1980 में बीजेपी ने एससी मोर्चा बनाया। उन्होंने कहा, 'लेकिन आज की तारीख में एससी विंग केवल राजनीति करने का जरिया है। अनुसूचित जातियों में एक बेहद छोटे तबके को सरकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है। जाति की लाइन और रिजर्वेशन का केवल राजनीतिक फायदे लिए इस्तेमाल किया जाता है।' जाटव रिजर्वेशन के खिलाफ भी आंदोलन चला रहे हैं। जाटव पहले आरएसएस के साथ जुड़े थे, बाद में वह बीजेपी में एससी मोर्चा के मेंबर बन गए। जाटव ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस का ऐक्टिव मेंबर हूं।
जाटव के इस आइडिया को बीजेपी एससी मोर्चा के इन-चार्ज दुष्यंत कुमार गौतम ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि एससी मोर्चा हाशिए पर पड़े लोगों को मंच प्रदान करता है। गौतम ने जाटव के ऐंटि रिजर्वेशन आंदोलन को भी बकवास बताया। इन्होंने दावा किया जाटव अब बीजेपी में नहीं हैं। दूसरी तरफ गाजियाबाद के बीजेपी अध्यक्ष अशोक मोगा का कहना है कि जाटव बीजेपी के लंबे समय से सदस्य हैं।
गाजियाबाद
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सीनियर कार्यकर्ता शांत प्रकाश जाटव ने सर संघचालक मोहन भागवत से बीजेपी के अनुसूचित जाति विंग को खत्म करने की अपील की है। इन्होंने भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं क्योंकि संघ जाति की लाइन पर संगठन को खड़ा नहीं करता। जाटव ने भागवत को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में इन्होंने मोहन भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग को खत्म कर कोई दूसरी बॉडी बनाई जाए जिसमें सभी जाति के लोगों की भागीदारी हो। शांत प्रकाश जाटव बीजेपी के एससी विंग में नैशनल ट्रेनिंग इनचार्ज रह चुके हैं।
बीजेपी में राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर एससी विंग है। इस विंग को बीजेपी के लोग चलाते हैं। विंग का काम इस वर्ग के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने का होता है।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के रहने वाले जाटव ने कहा कि संघ में जाति के नाम पर न तो कोई विंग है और न ही भेदभाव। उन्होंने कहा कि उनके बाबा से लेकर पिता तक संघ से जुड़े रहे लेकिन किसी के साथ जाति के नाम पर भेदभाव नहीं हुआ। जाटव ने कहा, 'बीजेपी संघ का पॉलिटिकल विंग है और इसमें एससी मोर्चा है। इससे यही साबित होता है कि बीजेपी संघ के नियमों को नहीं मान रही है। देश में जाति के नाम पर राजनीति कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की है न कि बीजेपी की।'
जाटव ने कहा कि 1972 में भारतीय जनसंघ ने अनुसूचित जातियों को आगे बढ़ाने के लिए हरिजन मोर्चा का गठन किया था। बाद में 1980 में बीजेपी ने एससी मोर्चा बनाया। उन्होंने कहा, 'लेकिन आज की तारीख में एससी विंग केवल राजनीति करने का जरिया है। अनुसूचित जातियों में एक बेहद छोटे तबके को सरकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है। जाति की लाइन और रिजर्वेशन का केवल राजनीतिक फायदे लिए इस्तेमाल किया जाता है।' जाटव रिजर्वेशन के खिलाफ भी आंदोलन चला रहे हैं। जाटव पहले आरएसएस के साथ जुड़े थे, बाद में वह बीजेपी में एससी मोर्चा के मेंबर बन गए। जाटव ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस का ऐक्टिव मेंबर हूं।
जाटव के इस आइडिया को बीजेपी एससी मोर्चा के इन-चार्ज दुष्यंत कुमार गौतम ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि एससी मोर्चा हाशिए पर पड़े लोगों को मंच प्रदान करता है। गौतम ने जाटव के ऐंटि रिजर्वेशन आंदोलन को भी बकवास बताया। इन्होंने दावा किया जाटव अब बीजेपी में नहीं हैं। दूसरी तरफ गाजियाबाद के बीजेपी अध्यक्ष अशोक मोगा का कहना है कि जाटव बीजेपी के लंबे समय से सदस्य हैं।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सीनियर कार्यकर्ता शांत प्रकाश जाटव ने सर संघचालक मोहन भागवत से बीजेपी के अनुसूचित जाति विंग को खत्म करने की अपील की है। इन्होंने भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं क्योंकि संघ जाति की लाइन पर संगठन को खड़ा नहीं करता। जाटव ने भागवत को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में इन्होंने मोहन भागवत से कहा है कि इस तरह के विंग को खत्म कर कोई दूसरी बॉडी बनाई जाए जिसमें सभी जाति के लोगों की भागीदारी हो। शांत प्रकाश जाटव बीजेपी के एससी विंग में नैशनल ट्रेनिंग इनचार्ज रह चुके हैं।
बीजेपी में राष्ट्रीय और राज्य दोनों स्तरों पर एससी विंग है। इस विंग को बीजेपी के लोग चलाते हैं। विंग का काम इस वर्ग के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने का होता है।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के रहने वाले जाटव ने कहा कि संघ में जाति के नाम पर न तो कोई विंग है और न ही भेदभाव। उन्होंने कहा कि उनके बाबा से लेकर पिता तक संघ से जुड़े रहे लेकिन किसी के साथ जाति के नाम पर भेदभाव नहीं हुआ। जाटव ने कहा, 'बीजेपी संघ का पॉलिटिकल विंग है और इसमें एससी मोर्चा है। इससे यही साबित होता है कि बीजेपी संघ के नियमों को नहीं मान रही है। देश में जाति के नाम पर राजनीति कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की है न कि बीजेपी की।'
जाटव ने कहा कि 1972 में भारतीय जनसंघ ने अनुसूचित जातियों को आगे बढ़ाने के लिए हरिजन मोर्चा का गठन किया था। बाद में 1980 में बीजेपी ने एससी मोर्चा बनाया। उन्होंने कहा, 'लेकिन आज की तारीख में एससी विंग केवल राजनीति करने का जरिया है। अनुसूचित जातियों में एक बेहद छोटे तबके को सरकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है। जाति की लाइन और रिजर्वेशन का केवल राजनीतिक फायदे लिए इस्तेमाल किया जाता है।' जाटव रिजर्वेशन के खिलाफ भी आंदोलन चला रहे हैं। जाटव पहले आरएसएस के साथ जुड़े थे, बाद में वह बीजेपी में एससी मोर्चा के मेंबर बन गए। जाटव ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस का ऐक्टिव मेंबर हूं।
जाटव के इस आइडिया को बीजेपी एससी मोर्चा के इन-चार्ज दुष्यंत कुमार गौतम ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि एससी मोर्चा हाशिए पर पड़े लोगों को मंच प्रदान करता है। गौतम ने जाटव के ऐंटि रिजर्वेशन आंदोलन को भी बकवास बताया। इन्होंने दावा किया जाटव अब बीजेपी में नहीं हैं। दूसरी तरफ गाजियाबाद के बीजेपी अध्यक्ष अशोक मोगा का कहना है कि जाटव बीजेपी के लंबे समय से सदस्य हैं।
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